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कुहू गर्ग और ध्रुव रावत की जोड़ी ने इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया।

कुहू गर्ग और ध्रुव रावत की जोड़ी ने इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया। दोनों उत्तराखंड से हैं।

कुहू गर्ग और ध्रुव रावत की जोड़ी ने इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया। दोनों उत्तराखंड से हैं।
कुहू गर्ग और ध्रुव रावत

उत्तराखंड की शटलर बिटिया कुहू गर्ग और ध्रुव रावत ने इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में मिक्स डबल्स का खिताब जीत लिया है। यह बैडमिंटन चैंपियनशिप इजिप्ट में हुई थी।
आजकल भारत के होनहार खिलाड़ी अपने खेल के दम पर पूरी दुनिया में छाए हुए हैं, अब इन खिलाड़ियों में देश की बिटिया कुहू गर्ग और ध्रुव रावत का नाम भी शामिल हो गया है। कुहू और ध्रुव की जोड़ी ने इजिप्ट में हुई इंटरनेशनल बैडमिंटन प्रतियोगिता में मिक्स डबल्स का खिताब जीतकर पूरी दुनिया पर देश की धाक जमा दी है।

 इंटरनेशनल लेवल पर हुई इस बैडमिंटन प्रतियोगिता में उत्तराखंड की कुहू गर्ग और ध्रुव रावत मिक्स डबल्स का खिताब जीतने में कामयाब रहे। ये हमारे देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मिस्र अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट-2019 के मिक्स डबल्स के सेमीफाइनल में कुहू और ध्रुव की जोड़ी ने अल्जीरिया के कोसला मेमरी और लिंडा माजरी की जोड़ी को 16- 21, 21-16 और 21-9 से हराकर फाइनल में जगह बना ली थी। फाइनल में दोनों का मुकाबला उत्कर्ष अरोरा और करिश्मा वाडकर की जोड़ी से हुआ। जीत कुहू और ध्रुव के हाथ लगी।

दोनों की जोड़ी ने उत्कर्ष और करिश्मा को 21-16, 22-20 से हरा दिया और मिक्स डबल्स का खिताब अपने नाम कर लिया। कुहू और ध्रुव ने इससे पहले मिस्र की जोडी अहमद सलाह और हदया होस्नी को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। जहां उन्होंने भारतीय जोड़ी कनिका और सिद्धार्थ जाखड़ को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। 
इसके अलावा महिला डबल्स में भी कुहू गर्ग अपनी जोड़ीदार महाराष्ट्र की संयोगिता घोरपडे के साथ रजत पदक जीतने में सफल रहीं थी। उत्तराखंड बैडमिंटन एसोसिएशन ने दोनों होनहार खिलाड़ियों को बधाई दी। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से भी कुहू और ध्रुव को ढेरों शुभकामनाएं, आप भी इन्हें बधाई दें और इनका हौसला बढ़ाएं। कुहू और ध्रुव की सफलता देश के खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएगी। 
अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में जीत एक प्रदेश का नाम तो ऊंचा करता है और यह उस प्रदेश के लिए गर्व की बात है। लेकिन पहले यह सम्पूर्ण देश के लिए गर्व की बात है अतः अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने बाले खिलाड़ियों को प्रादेशिक स्तर पर नहीं बांटना चाहिए।


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