पितरों को प्रसन्न करने चाहे तो पितृपक्ष में अपनाऐ ये अचूक उपाय
पितरों को प्रसन्न करने के लिए पितृपक्ष में अपनाऐ ये अचूक उपाय
हमारे पितृ या
पूर्वज वे आत्माऐं हैं जो
मृत्यु को प्राप्त हो गई हैं। उनमें
से बहुतों ने तो नया जन्म ले लिया जबकि कुछ ने
पितृलोक में स्थान प्राप्त कर लिया है। और जिन्हौने पितृलोक में स्थान प्राप्त कर लिया है वे पितृ ही हर वर्ष श्राद्ध
पक्ष में अपने वंशजों को देखने आते हैं और उस वक्त वे
उनके कर्मों के आधार
पर आशीर्वाद देते हैं या फिर श्राप
देकर चले जाते हैं। आइये जानते हैं कि कैसे अपने पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है यहाँ कुछ उपाय बताऐ जा रहे हैं जिन्हैं अपना कर आप अपने पूर्वजों अर्थात
पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं।
गया जी मेंं पितरों को प्रसन्न करने के लिए पिण्ड दान करते श्रद्धालु |
1. प्रतिदिन नीयमित रुप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
2. श्राद्ध पक्ष में अपने परिवार की रीति अनुसार
अच्छे से श्राद्ध कर्म करें।
3. गरीबों,
अपंगों व विधवा महिलाओं को दान देकर आप अपने पूर्वजों को प्रसन्न कर सकते हैं।
4. गीता के 7वें अध्याय का पाठ करें या फिर मार्कण्डेय
पुराण के अंतर्गत 'पितृ स्तुति' करें।
5. त्रयोदसी, चतुर्दशी, अमावस्या और पूर्णिमा के दिन गुड़-घी से भोग लगाकर धूप दें।
6. पित्रपक्ष में मांस और मदिरा का सेवन विल्कुल न करें और महिलाओं का सम्मान करें।
7. घर में अगर कोई वास्तु समस्या है तो उसे ठीक करवाएं।
8. प्रतिदिन केसर या
चंदन का तिलक लगाएं।
9. गुरु ग्रह के उपाय करें।
10. गयाजी (बिहार) में
जाकर तर्पण व पिंडदान
करें।
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