रावण पुतला दहन-- राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा ने टप्पल में किया विरोध।
रावण पुतला दहन-- राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा ने टप्पल में किया विरोध
टप्पल।नमामि गंगे न्यूज़।टप्पल इस विजयादशमी पर परंपराओं का हुआ विरोध विरोध के बावजूद पुतला हुआ दहन। अभी तक जो प्रक्रिया केवल अदालतों मे होती थी कि बुराई करने वाले को भी वकील उपलब्ध हो जाते है लैकिन अभी समाज मे ऐसे लोग स्वीकार्य नही थे और यही कारण था कि रावण जो बुराइयों का प्रतीक माना जाता है समाज सरे राह उसे फूंक कर एक संदेश देता है कि बुराई कितनी भी ताकतवर क्यों ना हो किंतु उसका अंत ऐसा होता है किंतु अब ऐसा लगता है कि बुराई में अच्छाई ढूंढने लगे है लोगटप्पल में राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा ने रावण के पुतला दहन यह परंपरा का विरोध किया और अगले साल पुतला दहन का विरोध करने के लिए एक टीम बनाने की घोषणा कीइस टीम का नाम भी घोषित किया गया राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पंकज ने पुतला दहन का विरोध करते हुए बताया कि रबड़ एक महान व्यक्ति थे उन्होंने
अपनी बहन की रक्षा के लिए माता सीता को उठाया था और उनकी पवित्रता को बनाए रखा। उन्होंने कहा कि पूरे भारत से रावण का पुतला दहन बंद होना चाहिए और कछुआ टप्पल में इस बार तो पुतला दहन हो गया लेकिन अगले वर्षकछुआ टप्पल में पुतला दहन नहीं होने दिया जाएगा और इसके लिए राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा भारत एक टीम का गठन कर रही है जिसका नाम जिसका नाम होगा महाराज लंकेश रावण संघर्ष समितिकिसी भी कीमत पर करो टप्पल करने में रावण पुतला दहन नहीं करने देगी उन्होंने कहा कि पिछले दो ढाई सौ बरसों से ही रावण का पुतला दहन होने की परंपरा शुरू हुई हैइसका कोई पुराना इतिहास नहीं है उन्होंने रामलीला में रावण के चरित्र पर उंगली उठाने पर भी नाराजगी जताई। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा भारत के सदस्यों ने बार-बार रावण महाराज की जय की जय कारे लगाएं।
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