Maharashtra mein rashtrapati shasanएक व्यक्ति की जिद ने किया बंटाधार, नही बनी किसी की सरकार, अब होगी राष्ट्रपति की सरकार।
एक व्यक्ति की जिद ने किया बंटाधार, नही बनी किसी की सरकार, अब होगी राष्ट्रपति की सरकार |
नेशनल न्यूज़।नमामि गंगे न्यूज़। ब्यूरो।
राज्यपाल द्वारा तीनों बड़े दलों को बनाने के बाद नहीं बन सकी कोई भी सरकार।
जब लगा राज्यपाल को नहीं बना सकता कोई भी दल सरकार तो उन्होंने केंद्र को भेजी रिपोर्ट और हुआ राष्ट्रपति शासन का आगाज।
महाराष्ट्र चुनाव के निर्णय के 19 दिनों बाद राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी को सभी प्रमुख दलों से पूछने के बाद आखिरकार राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी ही पड़ी। उन्होंने सर्वप्रथम भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और उसे उसके बहुमत के अनुसार 2 दिन का समय दिया फिर शिवसेना को उसके बहुमत अनुसार 24 घंटे का समय दिया और इसके बाद एनसीपी को 12 घंटे का समय दिया। कोई भी दल सरकार बनाने के लिए योग्य बहुमत नहीं उठा पाया। उन्होंने कल शाम मंगलवार को राष्ट्रपति से राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।
विदित हो कि राज्य विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं जिनमें से सरकार बनाने के लिए 145सीटों की जरूरत होती है। राज्य की जनता ने तो भाजपा शिवसेना गठबंधन को पूर्ण बहुमत दिया था। लेकिन शिवसेना की जिद की कीमत गठबंधन की टूट में परिवर्तित हो गयी।
लगता है एनसीपी व कांग्रेस राज्य में एक मजबूत गठबंधन को तोड़ने में सफल हुईं।
इसके बावजूद भी दोनों दल नाटक करते रहे ओर उन्होंने शिवसेना को न तो समर्थन ही दिया। और न सरकार ही बनने दी। और महाराष्ट्र में सरकार बनाने के सारे प्रयास एक जिद ने विफल कर दिए।
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