Ads

Breaking News

अवंतिका देवी मंदिर -- जाने क्या है इसका प्राचीन इतिहास।

अवंतिका देवी मंदिर आहार जिला बुलन्दशहर का क्या है प्राचीन ऐतिहासिक कहानी  आइये जानते है। अतुल कुमार अग्रवाल की जुबानी।
अवंतिका देवी का मंदिर आहार
यूपी बुलंदशहर के माँ अवंतिका देवी मंदिर महाभारत कालीन के इतिहास से जुड़ा हुआ है इतिहासकारों का दावा है कि यहां पर भगवान श्री कृष्ण रुक्मणी का अवंतिका देवी मंदिर से हरण किया था ,रुकमणी देवी अवंतिका देवी मंदिर पर हर रोज पूजा करने जाती थी गंगा किनारे बसा हुआ यह अवंतिका का देवी मंदिर है।


बुलंदशहर मैं गंगा तट पर माँ अवंतिका देवी मंदिर के इतिहासकारों का दावा है कि माँ अवन्तिकादेवी मन्दिर से आहार  3 किलोमीटर दूर पर स्थित है। गाँव आहार के नाम को पहले कुंदनपुर के नाम से जाना जाता था। जिसके राजा भीष्मा थे जिनकी पुत्री रुकमणी थी, रुकमणी देवी गुफा द्वारा रोज अवंतिका देवी मंदिर पर पूजा करने जाया करती थी राजा ने मंदिर के लिए एक गुफा तैयार कराई हुई थी अवंतिका देवी मंदिर पर कुंड था ,जिसमें रुकमणी देवी स्नान करने के बाद अवंतिका देवी मंदिर पर पूजा अर्चना करती थी उसी दौरान मंदिर के पुजारी को मां रुक्मणी ने एक खत लिख कर कृष्ण भगवान के पास भेजा था ,और जब भी भगवान कृष्ण रुक्मणी अवंतिका देवी मंदिर से हरण लेकर जा रहे थे रुकमणी के भाई सेेे भगवान कृष्ण युद्ध हुआ था  जैसे कि सूचना बलराम जी को लगी थी बलराम जी अपनी सेना को लेकर यहां पर आए थे और युद्ध भी हुआ था जिससे बलराम जी ने हाल से उलट-पुलट कर दिया था आज भी यहां पर मकान उल्टे उल्टे निकलते हैं मंदिर की एक बड़ी मान्यता है और दूर-दूर सर लोग यहां पर आते हैं नवरात्रि को मैं यहां पर लकी मेला लगता है क्योंकि गंगा किनारे बसा हुआ माँ अवन्तिकादेवी  मंदिर महाभारत कालीन इतिहास से जुड़ा हुआ है जो लोग यहां पर मन की मुरादे मांगते हैं वह स्वयं पूरी होती हैं इस मामले में मंदिर केे पुजारी हिमांशु शर्मा ने बतायाा कि यहां पर नवरात्रों में लक्खी मेला लगताा है यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।

No comments