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लीलाविहारी भगवान श्री कृष्ण की लीला का पावन पर्व है गोवर्धन पर्व

आज गोवर्धन पूजा है, इसे अन्नकूट का त्योहार भी कहा जाता है। श्री कृष्ण भक्त आज के दिन 
56 भोग बनाकर लीला विहारी भगवान श्री कृष्ण को चढ़ाते हैं। गोवर्धन पूजा हिन्दू धर्म में सबसे बड़ा त्योहार है इस त्योहार का हमारे समाज में विशेष महत्व है। यह पर्व प्रकृति को व्यक्ति से जोड़ने वाला पर्व है।
यह त्योहार सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है, उत्तर प्रदेश के मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना, अलीगढ़ , एटा और बुलंदशहर आदि स्थानों पर इसे भव्य रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोकुल के लोगों इंद्रराज की पूजा छोड़कर गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए प्रेरित किया था। और देवराज इंद्र के अहंकार का नाश किया था। गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि अर्थात  प्रतिपदा को मनाया जाता है। इस दिन शाम को चंद्र दर्शन नहीं होता है।


गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त (Goverdhan Puja Subh Muhurat)- दीपावली के ठीक दूसरे दिन गोवर्धन पूजा करने का विधान बताया गया है। देशभर में आज यानी 28 अक्टूबर को घर घर में गोवर्धन पूजा की जाएगी। गोवर्धन पूजा मेें प्रसाद स्वरुप बहुत सी सब्जियों भाजियो को एकजुट करके अन्नकूट  का भोग बनाया जाता है अतः इस पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं है कि इस दिन पूजा करने से व्यक्ति पर भगवान श्री कृष्ण की कृपा सदैव बनी रहती है।
 गोवर्धन पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को की जाती है।जो इस वर्ष आज 28 अक्टूबर को है।

इसके लिए इस शुभ मुहूर्त और विधि से पूजा करें। आइए जानते हैं क्या है पूजा की शुभ मुहूर्त।  
गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त-
गोवर्धन पूजा सायाह्नकाल मुहूर्त- दोपहर 03.27 से 05.41 बजे तक
अवधि- 02 घंटे 14 मिनट
द्यूत क्रीड़ा सोमवार 28 अक्टूबर 2019 को
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 28 अक्टूबर को सुबह 09.08 बजे से
प्रतिपदा तिथि समाप्त- 29 अक्टूबर 2019 को शाम 06.13 बजे तक

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